बिजली कटे, फिर भी रोशनी रहे – जानिए कैसे MYSUN सोलर सिस्टम देता है बैकअप का भरोसा
गर्मी के मौसम में बिजली का जाना आम हो गया है – चाहे शहर हो या गांव। ऐसे में लोग जब सोलर लगाने की सोचते हैं, तो सबसे पहला सवाल होता है:
"क्या बिजली जाने पर भी मेरा सोलर सिस्टम पंखा और लाइट चला पाएगा?"
इस सवाल का जवाब "हां" या "ना" नहीं है – यह इस पर निर्भर करता है कि आपके पास कौन-सा सोलर सिस्टम है। चलिए, इसे सरल भाषा में समझते हैं।
भारत में बिजली क्यों जाती है – और सोलर यूज़र्स को इसकी चिंता क्यों करनी चाहिए?
आज भी भारत के कई हिस्सों में बिजली कटौती एक बड़ी समस्या है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- गर्मियों में अधिक बिजली की मांग के कारण ओवरलोडिंग
- आंधी-तूफान और बारिश से लाइन का टूटना या फॉल्ट
- ग्रिड में मरम्मत या अपग्रेड के कारण प्लान्ड कट्स
इसलिए यह जानना ज़रूरी है कि जब ग्रिड फेल हो, तो क्या आपका सोलर सिस्टम चल सकता है?
कौन-सा सोलर सिस्टम बिजली कटते वक्त काम करता है?
1. ग्रिड-टाइड सोलर सिस्टम – सबसे पॉपुलर लेकिन सीमित
यह सिस्टम आमतौर पर बिना बैटरी के आता है और सीधे ग्रिड से जुड़ा होता है।
जब बिजली जाती है, तो यह सिस्टम खुद ही बंद हो जाता है।
इसका कारण: सुरक्षा। यह "एंटी-आइलैंडिंग" तकनीक के कारण ग्रिड से डिसकनेक्ट हो जाता है ताकि मेंटेनेंस के समय कोई खतरा न हो।
नतीजा: डिसकनेक्ट होते ही लाइट चली जाती है
2.ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम – पूरी आज़ादी के साथ
यह सिस्टम बैटरी के साथ आता है और ग्रिड से बिल्कुल कटा हुआ होता है।
सूरज की रोशनी से बनने वाली बिजली पहले बैटरी में स्टोर होती है और ज़रूरत के वक्त वहीं से घर को सप्लाई दी जाती है।
नतीजा: बिजली कटे या न कटे – आपके घर की लाइट, पंखा, WiFi सब चलते रहेंगे।
3.हाइब्रिड सोलर सिस्टम – बचत और बैकअप का सही मेल
इस सिस्टम में ग्रिड से जुड़ाव भी होता है और बैटरी भी शामिल होती है।
जैसे ही बिजली जाती है, स्मार्ट इन्वर्टर अपने आप बैटरी मोड पर चला जाता है और लाइटें जलती रहती हैं।
नतीजा: आपको ना जनरेटर की ज़रूरत, ना इन्वर्टर की – घर में बिना रुकावट बिजली मिलती रहती है।
क्यों ज़रूरी है सोलर सिस्टम के साथ बैटरी बैकअप?
ज़्यादातर लोग बिना बैटरी वाला सोलर सिस्टम लगाते हैं, लेकिन इससे सिर्फ दिन में धूप के समय फायदा होता है।
अगर आप रात में या बिजली कटौती के समय भी पावर चाहते हैं, तो बैटरी ज़रूरी है।
बैटरी बैकअप से मिलने वाले फायदे:
- बिजली कटे तो भी कोई फर्क नहीं पड़ता
- बचत – रात या पीक टाइम में बैटरी की बिजली इस्तेमाल
- जरूरी डिवाइस जैसे लाइट, फैन, वाई-फाई, फ्रिज चलते रहते हैं
MYSUN के सभी सिस्टम बैटरी-रेडी होते हैं – आप चाहें तो बाद में भी बैटरी जोड़ सकते हैं।
बैटरी जोड़ने की लागत क्या होती है?
बैटरी जोड़ना एक इन्वेस्टमेंट है, जो समय के साथ अपनी कीमत वसूलता है। इसके खर्च को कई चीज़ें तय करती हैं:
- कितना बैकअप चाहिए – पूरा घर या सिर्फ कुछ डिवाइसेज़?
- नया सिस्टम है या पुराने में बैटरी जोड़नी है?
- बैटरी का प्रकार – लिथियम-आयन या लेड-एसिड
MYSUN आपको एक पर्सनलाइज्ड सोलर एनालिसिस देता है जिससे आप जान सकें:
- कितनी शुरुआती लागत आएगी
- कितनी बचत होगी
- कौन-कौन से EMI या Solar PPA विकल्प हैं
क्या बैटरी के बिना अभी सोलर लगाना सही है?
बिल्कुल!
बहुत से ग्राहक पहले ग्रिड-टाइड सिस्टम से शुरू करते हैं और जब ज़रूरत लगे तब बैटरी जोड़ लेते हैं।
MYSUN के सिस्टम इसीलिए 'फ्यूचर-रेडी' होते हैं।
अब समय है पावर कट्स से आज़ादी पाने का
क्या आप भी चाहते हैं कि बिजली जाए, फिर भी आपका घर में बिजली बनी रहे?
अब वक्त है पहला कदम उठाने का।
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